Monday, March 15, 2010
निस्तेजका हाइकुहरू
१
मिलन ऋतु
गालामा दलिए झैं
रातो अबीर!
२
शिकारी बाज
निराश्रय परेवा
प्रणय कथा!
३
तिम्रो मुस्कान
हृदयमा आभास
अकथ्य पीड़ा!
४
होली मिलन
गालाको क्यानभास
लाजको रंग !
No comments:
Post a Comment
Newer Post
Older Post
Home
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment